Wednesday, March 4, 2009

पुलिस के साए में निकली प्रिंसी की अंतिम यात्रा

गंजबासौदा.princhiकड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार को इंजीनियरिंग की छात्रा प्रिंसी जैन की अंतिम यात्रा निकाली गई। शाम चार बजे पारासरी नदी स्थित श्मशान घाट पर गमगीन माहौल में भाई सौरभ ने प्रिंसी की चिता को मुखाग्नि दी। सोमवार को भोपाल के एमपी नगर मुख्य बाजार में एक युवक ने प्रिंसी जैन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद प्रिंसी के परिजनों ने विरोध स्वरूप एक सराफा दुकान सहित आरोपी के घर पर तोड़-फोड़ की थी। तनाव की स्थिति बनने पर वहां पुलिस बल तैनात करना पड़ा था।प्रशासन को आशंका थी कि जब प्रिंसी का शव गंजबासौदा आएगा तो अप्रिय स्थिति बन सकती है। इसलिए जिले भर के थानों और भोपाल से बड़ी संख्या में पुलिस बल को बासौदा बुलवा लिया गया था।

अस्पताल के सामने हुई नारेबाजी:-जैसे ही प्रिंसी की अंतिम यात्रा सरकारी अस्पताल के सामने स्थित थाने के समीप पहुंची तो वहां शवयात्रा को रोक दिया गया। शवयात्रा में शामिल आक्रोशित लोग नारेबाजी करने लगे। यहां पर एसडीएम नरेंद्र त्रिवेदी व नगर निरीक्षक वीरेंद्र मिश्रा ने समझाने का प्रयास किया। आक्रोशित लोगों ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही उसको संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए पूर्व नपाध्यक्ष कंछेदीलाल जैन के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग की।

हर जगह पुलिस के जवान तैनात:-गांधी चौक से जैसे ही शव यात्रा उठी उसको पुलिस वाहन में बैठे सुरक्षा कर्मी कवर करते आगे बढ़े। शवयात्रा के साथ और पीछे भी पुलिस के वाहन चल रहे थे। अंतिम यात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन को अप्रिय घटना की आशंका थी। इसी आशंका के कारण रास्ते भर सशस्त्र पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था।

श्मशान घाट पर हुआ विवाद:-श्मशान घाट पर उस समय विवाद की स्थिति बन गई जब किराना व्यापार संघ के अध्यक्ष और व्यापार महासंघ के सचिव शांतिप्रकाश ओसवाल वहां पहुंच गए। आक्रोशित लोग उनसे विवाद करने लगे। स्थिति बिगड़ते देख लोगों ने हस्तक्षेप किया। बाद में श्री ओसवाल वक्त की नजाकत समझकर वहां से चले गए।

प्यार में पगलाए युवक ने छात्रा को गोली मारा

भोपाल.murderएमपी नगर जैसे व्यस्ततम इलाके में सोमवार शाम कोचिंग सेंटर के पास छात्रा की हत्या की खबर से सनसनी फैल गई। यह वह समय था जब इस क्षेत्र में दो दर्जन कोचिंग सेंटर्स में हजारों छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए आते हैं, साथ ही कारोबार के लिए भी इसी समय बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। भीड़भाड़ भरे इस इलाके में खुलेआम हत्या कर आरोपी के फरार हो जाने से पुलिस की चौकसी पर भी सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं।

पीछा करता था सुलभ:-गंजबासौदा निवासी प्रिंसी जैन इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष में आईटी की छात्रा थी। कालेज में प्रवेश लेने के बाद से वह इसी हॉस्टल में रह रही थी। सुलभ उसे हाल ही में दो दिन से परेशान कर रहा था। उसका पीछा कर बात करने की कोशिश करता था। इसकी शिकायत प्रिंसी ने हॉस्टल संचालक प्रवीण सक्सेना से की थी। श्री सक्सेना ने उसकी शिकायत एमपी नगर पुलिस में करने की सलाह दी थी। इसके पहले वह एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को इस शिकायत भी कर चुकी थी। बावजूद इसके इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने प्रिंसी के बेग से एक पत्र बरामद किया है। हॉस्टल संचालक प्रवीण सक्सेना ने बताया कि प्रिंसी ने उन्हें बताया था कि सुलभ जैन नामक युवक उसे दो दिन से परेशान कर रहा था। श्री सक्सेना के कहने पर प्रिंसी ने एमपी नगर थाने में सुलभ के खिलाफ शिकायत करने के लिए आवेदन तैयार किया था। शाम को वह श्री सक्सेना के साथ एमपी नगर थाने शिकायत करने जाने वाली थी। इसके पहले वह कोचिंग सेंटर के लिए निकल गई और सुलभ ने पीछे से आकर पीठ में गोली मार दी। पीठ में लगी गोली हृदय में फंस गई।

डरी-सहमी हैं छात्राएं:-प्रिंसी के एमपी नगर जोन टू स्थित हॉस्टल में जब उसकी मौत की खबर पहुंची तो छात्राएं बदहवास सी हो गई। उन्हें प्रिंसी की मौत ने हिला कर रख दिया। डरी सहमी छात्राएं झुंड बनाकर बैठी आपस में चर्चा करती रहीं।

ट्रैफिक जाम से इलाज में देरी:-घटना के बाद जमीन पर अचेत तड़प रही प्रिंसी को नजदीक ही निजी अस्पताल ले जाने में 15 से 20 मिनट का समय लगा। प्रिंसी ने अस्पताल के गेट पर ही दम तोड़ दिया। महज 150 मीटर के फासले में लंबा समय लगने के लिए एमपी नगर की सड़कें और बिगड़ैल पार्किग व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। सड़क के किनारे बेतरतीब खड़ी रहने वाली गाड़ियों की वजह से शाम 5 से रात 8 बजे तक वाहन धीमी गति से रेंगते हैं।दो-दो कदम की दूरी पर वाहनों का जाम लग जाता है। जिस आटो से प्रिंसी को लाया गया था, वो भी कई बार जाम में फंसा रहा। जैसे-तैसे बाहर की सड़क से होकर आटो चालक अस्पताल पहुंचा। अस्पताल के सामने भी खड़ी बेतरतीब खड़ी गाड़ियों की वजह से स्ट्रैचर लगाने में भी परेशानी हुई।

लाल कपड़े में लाया था रिवाल्वर:-प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी सुलभ उर्फ बिटटू लाल रंग के कपड़े में रिवाल्वर छिपाकर लाया था। कोचिंग के नीचे खड़े होकर प्रिंसी ऊपर किसी अपने दोस्त से मोबाइल पर क्लास शुरू होने का समय पूछ रही थी। बात खत्म होने के बाद प्रिंसी मोबाइल देख रही थी कि अचानक पीछे से सुलभ ने उसे गोली मार दी।

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