Saturday, December 6, 2008

कहीं शौर्य दिवस तो कहीं यौम-ए-गम

मुंबई की घटना को लेकर आतंकवाद के खिलाफ देश की एकजुटता का शनिवार को यह असर रहा कि विवादास्पद बाबरी मस्जिद गिराए जाने की 16वीं बरसी पर हिन्दू और मुस्लिम संगठनों ने क्रमश: शौर्य तथा काला दिवस मनाए, लेकिन इन कार्यक्रमों में विगत वर्षों की तरह आक्रामकता नहीं दिखी।
अयोध्या और राजधानी लखनऊ में बाबरी मस्जिद विध्वंस पर पिछले 16 वर्षों की तरह विहिप तथा अन्य हिन्दूवादी संगठन अयोध्या में भव्य राम मन्दिर निर्माण और बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी तथा बाबरी मस्जिद पुनर्निर्माण समिति ने मस्जिद की तामीरी का संकल्प तो दोहराया पर एक दूसरे के प्रति हर बार की तरह आक्रामकता नहीं दिखाई बल्कि दोनों ने ही आतंकवाद को निशाने पर रखा। अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े साधु-संतों एवं धर्माचायों ने कार सेवकपुरम में हिन्दू सम्मेलन में आतंकवाद की जमकर आलोचना करते हुए पाकिस्तान के पाँच झंडों को जलाया और आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता का संकल्प लिया। अयोध्या मे बाबरी मस्जिद पुनर्निमाण समिति के संयोजक मोहम्मद आसिम अंसारी ने मुंबई में हुई आतंकवादी घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मुल्क के हालात ठीक नहीं हैं, आतंकी हमले से देशवासी सदमे में हैं। अत: इस बार बाबरी मस्जिद की शहादत पर गम का इजहार नहीं करेंगे।

बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी ने इस वर्ष भी मस्जिद की तामीर को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन की औपचारिकता तो पूरी की पर ज्ञापन में आतंकवाद का भी जमकर विरोध किया गया है। राजधानी लखनऊ में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित हनुमान मन्दिर पर सुरक्षा व्यवस्था के बीच हवन कर आतंकवाद की आलोचना करते हुए इसके विरुद्ध एकजुटता की अपील की।
आल इंडिया यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा ने अपने मुख्यालय पर आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया और संकल्प लिया कि जब तक आतंकवाद का समूल नाश नहीं हो जाता मोर्चा आतंकवाद के विरुद्ध मुहिम जारी रखेगा। मोर्चे के अध्यक्ष डॉ। एमए सिद्दीकी ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं को आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता की शपथ दिलाई एवं मुंबई घटना मे मारे गए लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा के सामने आल इंडिया मुस्लिम फोरम पीपुल्स डेमोक्रेटिक फोरम तथा भारतीय जनसेवा कल्याण समिति ने भी आज के दिन को आतंकवाद विरोधी दिवस के रुप में मनाया। आल इंडिया मुस्लिम फोरम ने आतंकवाद के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया। फोरम के अध्यक्ष सैयद रफत ने संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु पर आरोप साबित होने के बाद भी फाँसी न दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए उसे तुरंत फाँसी दिए जाने की माँग की। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि मुंबई हमले में यदि पाकिस्तान की संलिप्तता साबित है तो भारत को पाक स्थित आतंकवादी शिविरों पर हमला कर उन्हें नष्ट कर देना चाहिए।
भारतीय जनसेवा कल्याण समिति के अध्यक्ष इमरान खान भारतीय ने धरने को संबोधित करते हुए मुंबई घटना की कड़े शब्दों मे निंदा की और कहा कि दहशतगर्द अब इस्लाम और जेहाद के नाम पर मुसलमानों को बरगला रहे हैं, लेकिन उनके मंसूबे पूरे नहीं होने दिए जाएँगे।समिति ने मुंबई आतंकवादी घटना में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए हवन, यज्ञ और कुरानख्यानी का आयोजन किया।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) ने विधानसभा के सामने धरना दिया और बाबरी मस्जिद का उसी स्थान पर जल्द से जल्द निर्माण और विध्वंस के लिए जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की माँग की।इस बीच प्रदेश सरकार की तरफ से बाबरी मस्जिद विध्वंस की 16वीं बरसी पर अयोध्या फैजाबाद नगरों एवं राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश मे शांति एवं सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और आयोध्या मे निषेधाज्ञा तोड़ने के आरोप मे हिन्दू महासभा के लगभग 50 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के अलावा कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।अयोध्या से मिली खबर के अनुसार बाबरी विध्वंस की बरसी पर दोनों संप्रदायों के लोगों ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। फैजाबाद अयोध्या में अधिकांश मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखकर गम का इजहार किया, जबकि कारसेवकपुरम में विहिप और धर्माचार्यों ने हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में मंदिर निर्माण के साथ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से संघर्ष का संकल्प लिया गया।विध्वंस की कटुता को भुलाने की पैरवी करते हुए श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास ने कहा कि छह दिसंबर को राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त और 26 जनवरी की भाँ‍ति नहीं मनाया जाना चाहिए।नृत्य गोपालदास ने कहा कि विध्वंस के 16 साल बीत चुके हैं और अब इसे भूल जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों संप्रदाय मिलकर मंदिर निर्माण के लिए समझौता करें। उन्होंने मुसलमानों से सहयोग की अपील की।
उन्होंने कहा कि यह वक्त का तकाजा है कि दोनों सम्प्रदाय मिलकर राष्ट्र के समक्ष मौजूद आतंकवादी और आर्थिक समस्याओं के समाधान का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि देश में हो रहे आतंकी हमले प्रशासनिक कमजोरी का परिणाम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और मीडिया को छह दिसंबर की घटना को महत्व नहीं देना चाहिए। बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। रेड जोन तथा येलो जोन में आरएएफ, पीएसी तथा बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी। अयोध्या को चार जोन और सात सेक्टर में बाँटकर सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। भाकपा (माले) ने भी आतंकवाद, सांप्रदायिकता और क्षेत्रवाद के खिलाफ लखनऊ में चारबाग से विधानसभा तक संकल्प मार्च निकालकर मुंबई की आतंकी घटना की कड़ी निन्दा की और घटना की न्यायिक जाँच की माँग की। सभा को संबोधित करते हुए माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि मुंबई में आतंकी हमलों से पूरा देश चिंतित है। इसकी उच्चस्तरीय न्यायिक जाँच कराकर खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों की विफलता के लिए जवाबदेह लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

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