लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मुंबई की आतंकी घटना को सामान्य आतंकवादी घटना नहीं बल्कि भारत की आर्थिक प्रगति पर हमला बताते हुए कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए सरकार की किसी भी पहल में उनकी पार्टी और राजग पूरा सहयोग और समर्थन देगा।
मुंबई में गत 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमले पर गृहमंत्री पी. चिदंबरम द्वारा शुरू की गई बहस को आगे बढ़ाते हुए आडवाणी ने कहा कि यह देश की आंतरिक सुरक्षा का गहराई से विश्लेषण करने का मौका है। आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार और पूरा विपक्ष एक है।
उन्होंने सरकार को भरोसा दिलाया कि आतंकवाद के सफाए के लिए की जाने वाली किसी भी पहल में भारतीय जनता पार्टी और समूचा राजग सरकार का साथ देगा। प्रश्नकाल निरस्त कर आज सदन की कार्यवाही की शुरुआत सीधे मुंबई के आतंकी हमले पर चर्चा के साथ की गई। पहले गृहमंत्री ने अपना वक्तव्य दिया और उसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने नेता विपक्ष आडवाणी को अपनी बात रखने के लिए कहा। आडवाणी ने कहा कि सरकार को पाकिस्तान द्वारा वहाँ आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से संतुष्ठ होकर नहीं बैठ जाना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा की जा रही कार्रवाई को मात्र दिखावा बताया। उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तोइबा सउदी अरब से मिलने वाले धन से पोषित और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईसीआई द्वारा संरक्षित संगठन है, इसलिए उसके खिलाफ पाकिस्तान में कार्रवाई करना इतना आसान नहीं। नेता विपक्ष ने कहा कि पाकिस्तान के चरित्र को समझने की जरूरत है। पाकिस्तान में अंतिम कमान किसके हाथ में है, यह समझना भी आज काफी मुश्किल है। उन्होंने मुंबई की आतंकी घटना को भारत के खिलाफ वर्षों से चल रहे युद्ध का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने स्वयं ही कहा है कि पूरा दक्षिण एशिया आतंकवाद के साए में है, लेकिन हमें यह कहने में संकोच नहीं करना चाहिए कि इस आतंकवाद का केन्द्र पाकिस्तान में ही है।
मुंबई में गत 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमले पर गृहमंत्री पी. चिदंबरम द्वारा शुरू की गई बहस को आगे बढ़ाते हुए आडवाणी ने कहा कि यह देश की आंतरिक सुरक्षा का गहराई से विश्लेषण करने का मौका है। आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार और पूरा विपक्ष एक है।
उन्होंने सरकार को भरोसा दिलाया कि आतंकवाद के सफाए के लिए की जाने वाली किसी भी पहल में भारतीय जनता पार्टी और समूचा राजग सरकार का साथ देगा। प्रश्नकाल निरस्त कर आज सदन की कार्यवाही की शुरुआत सीधे मुंबई के आतंकी हमले पर चर्चा के साथ की गई। पहले गृहमंत्री ने अपना वक्तव्य दिया और उसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने नेता विपक्ष आडवाणी को अपनी बात रखने के लिए कहा। आडवाणी ने कहा कि सरकार को पाकिस्तान द्वारा वहाँ आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से संतुष्ठ होकर नहीं बैठ जाना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा की जा रही कार्रवाई को मात्र दिखावा बताया। उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तोइबा सउदी अरब से मिलने वाले धन से पोषित और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईसीआई द्वारा संरक्षित संगठन है, इसलिए उसके खिलाफ पाकिस्तान में कार्रवाई करना इतना आसान नहीं। नेता विपक्ष ने कहा कि पाकिस्तान के चरित्र को समझने की जरूरत है। पाकिस्तान में अंतिम कमान किसके हाथ में है, यह समझना भी आज काफी मुश्किल है। उन्होंने मुंबई की आतंकी घटना को भारत के खिलाफ वर्षों से चल रहे युद्ध का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने स्वयं ही कहा है कि पूरा दक्षिण एशिया आतंकवाद के साए में है, लेकिन हमें यह कहने में संकोच नहीं करना चाहिए कि इस आतंकवाद का केन्द्र पाकिस्तान में ही है।
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