Sunday, December 28, 2008

विवाह विलंब दूर करने के उपाय



कुछ ग्रहों के अशुभ प्रभाव के कारण कन्या के विवाह में विलंब हो तो इस प्रकार के उपाय स्वयं कन्या द्वारा करवाने से विवाह बाधाएँ दूर होती हैं :- - किसी भी माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से चाँदी की छोटी कटोरी में गाय का दूध लेकर उसमें शकर एवं उबले हुए चावल मिलाकर चंद्रोदय के समय चंद्रमा को तुलसी की पत्ती डालकर यह नेवैद्य बताएँ व प्रदक्षिणा करें। इस प्रकार यह नियम 45 दिनों तक करें। 45 दिन पूर्ण होने पर एक कन्या को भोजन करवाकर वस्त्र और मेहँदी दान करें। ऐसा करने से सुयोग्य वर की प्राप्ति होकर शीघ्र मांगलिक कार्य संपन्न होता है।
- गुरुवार के दिन प्रातःकाल नित्यकर्म से निवृत्त होकर हल्दीयुक्त रोटियाँ बनाकर प्रत्येक रोटी पर गुड़ रखें व उसे गाय को खिलाएँ। 7 गुरुवार नियमित रूप से यह विधि करने से शीघ्र विवाह होता है।
- मंगलवार के दिन देवी-मंदिर में लाल गुलाब का फूल चढ़ाएँ, पूजन करें एवं मंगलवार का व्रत रखें। यह कार्य नौ मंगलवार तक करें। अंतिम मंगलवार को 9 वर्ष की नौ कन्याओं को भोजन करवाकर लाल वस्त्र, मेहँदी एवं यथाशक्ति दक्षिणा दें। शीघ्र फल की प्राप्ति होगी।
- कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि।
नंद गोपसुतं देवि पतिं में कुरु ने नमः॥ (कात्यायनिमंत्र श्रीमद् भागवत)
- माँ कात्यायनि देवी या पार्वतीदेवी के फोटो को सामने रखकर जो कन्या पूजन कर इस कात्यायनि मंत्र की 1 माला का जाप प्रतिदिन करती है, उस कन्या की विवाह बाधा शीघ्र दूर होती है।
- हे गौरी! शंकरर्धाङ्गिस यथा त्वं शंकरप्रिया।
तथा माँ कुरुं कल्याणिस कान्तं कान्तां सुदुर्लभाम्‌।
- भगवती पार्वती का पूजन कर इस मंत्र की 5 माला प्रतिदिन करने से शीघ्र वर प्राप्ति होती है।
- श्री गणपति अथर्वशीर्ष का प्रतिदिन 11 बार पाठ करें। अथर्वशीर्ष के प्रत्येक मंत्र से श्री गणेशजी की प्रतिमा पर दूर्वा चढ़ाएँ। इस प्रकार 84 दिनों तक नियमित करें, शीघ्र मनोकामना पूर्ण होगी।

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