हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन द्वारा मुसलमान बनने के बाद की गई दूसरी शादी से पैदा हुए विवाद के बीच एक वरिष्ठ मौलवी ने मंगलवार को कहा कि इस तरह के उदाहरणों से इस्लाम की बदनामी होती है। इस मौलवी ने इस्लामी संस्था दारूल उलूम देवबंद के मुफ्ती अहसान कासमी से असहमति जताई, जिन्होंने चंद्रमोहन की दूसरी शादी को जायज ठहराया था। जामा मस्जिद पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी ने कहा कि चंद्रमोहन ने अनुराधा के साथ दूसरी शादी कर अपनी पहली पत्नी को धोखा दिया है। चंद्रमोहन और अनुराधा दोनों ने इस्लाम अपनाने के बाद शादी कर ली, जिससे हरियाणा में राजनीतिक भूचाल आ गया है। इस कारण चंद्रमोहन को उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया है। सानी ने कहा इस्लाम में धोखेबाजी के लिए कोई जगह नहीं है। ऐसे लोग हमारे धर्म को बदनाम करते हैं।
Thursday, December 11, 2008
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