इंदौर के एक डॉक्टर ने कंडोम को एड्स से बचाव के लिए कथित तौर पर ब्रह्मास्त्र की तरह बताने वाले सरकारी प्रचार अभियानों का कड़ा विरोध करते हुए फौरन इन पर रोक लगाने की माँग की है। डॉक्टर का आरोप है कि एचआईवी संक्रमण की दूसरी वजहों पर जागरुकता फैलाने की ओर भारत सरकार का ध्यान अपेक्षाकृत कम है, जिनमें कुछ अनुसंधानों के मुताबिक इसकी वजहों में लंबा चुंबन भी शामिल है। इंदौर के डॉ. मनोहर भंडारी ने बताया वे अपने वकील के जरिये इस सिलसिले में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नाको को कानूनी नोटिस भी भेज चुके हैं। 26 सितंबर को भेजे गए नोटिस में जोर देकर दावा किया गया है कि लंबे चुंबन से भी एड्स फैल सकता है। शहर के एक चिकित्सा महाविद्यालय में नौकरी करने वाले डॉ. भंडारी ने आरोप लगाया कि सरकार और उससे जुड़ी विभिन्न एजेंसियाँ उक्त वैज्ञानिक तथ्य को छिपाने की कोशिश कर रही हैं, जो बेहद दुर्भाग्यजनक है। नोटिस में कहा गया है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं डॉक्टरों और नर्सों के लिए सरकारी एजेंसियों की ओर से एड्स पर प्रकाशित प्रशिक्षण माड्यूल में चुंबन और एड्स के संबंधों पर अलग-अलग बातें सामने आती हैं।
भंडारी ने कहा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए प्रकाशित प्रशिक्षण माड्यूल में उल्लेख किया गया है कि चुंबन या आलिंगन से एड्स नहीं फैलता। उन्होंने नर्सों के लिए जारी प्रशिक्षण माड्यूल में चुंबन के संदर्भ को बेहद उलझा हुआ बताया। उन्होंने उक्त माड्यूल के हवाले से कहा कि साधारण चूमने से भी एड्स संक्रमण नहीं होता। ज्यादातर वैज्ञानिकों का मानना है कि अधिक समय तक लिए गए चुंबन से एचआईवी संक्रमण संभव है, क्योंकि इसमें रक्त ज्यादा देर तक परस्पर संपर्क में रहता है। साधारणतः इसकी आशंका कम ही रहती है। नोटिस के मुताबिक डॉक्टरों के लिए प्रकाशित प्रशिक्षण माड्यूल में सूखे चुंबन जैसे आकस्मिक संपर्क को एड्स के मामले में सुरक्षित बताया गया है। डॉ. भंडारी की मानें तो इस विषय पर किए गए कुछ अनुसंधान कहते हैं कि मसूड़े क्षतिग्रस्त हों अथवा मुँह में कोई घाव या छाला हो तो एड्स संक्रमित शख्स को लंबे समय तक चूमने से यह बीमारी साथी में भी घर कर सकती है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि एड्स से बचाव के लिए सरकार द्वारा केवल कंडोम का प्रचार आम जनता को गुमराह कर रहा है। डॉ. भंडारी के वकील सुरेश नारायण सक्सेना ने नोटिस में सरकार को चेतावनी भरे लफ्जों में कहा है कि वह एचआईवी संक्रमण की दूसरी वजहों पर भी आम जन के लिए जोरदार जागरुकता अभियान चलाए। इस बीच एड्स के साथ जी रहे लोगों के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन ने कहा कि यह दावा सरासर गलत है कि कंडोम को सरकार हौवा बनाकर पेश कर रही है।
मध्यप्रदेश नेटवर्क ऑफ पीपुल लिविंग विद एचआईवी पॉजीटिव के मनोज वर्मा ने कहा देश में एड्स संक्रमण के ज्यादातर मामले असुरक्षित यौन संबंधों के चलते सामने आते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कंडोम न केवल एड्स के खतरे से बचाता है, बल्कि कई गुप्त रोगों और अवांछित गर्भ से भी रक्षा करता है। लिहाजा कंडोम का जोरदार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है तो इसमें आखिर क्या बुराई है।
भंडारी ने कहा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए प्रकाशित प्रशिक्षण माड्यूल में उल्लेख किया गया है कि चुंबन या आलिंगन से एड्स नहीं फैलता। उन्होंने नर्सों के लिए जारी प्रशिक्षण माड्यूल में चुंबन के संदर्भ को बेहद उलझा हुआ बताया। उन्होंने उक्त माड्यूल के हवाले से कहा कि साधारण चूमने से भी एड्स संक्रमण नहीं होता। ज्यादातर वैज्ञानिकों का मानना है कि अधिक समय तक लिए गए चुंबन से एचआईवी संक्रमण संभव है, क्योंकि इसमें रक्त ज्यादा देर तक परस्पर संपर्क में रहता है। साधारणतः इसकी आशंका कम ही रहती है। नोटिस के मुताबिक डॉक्टरों के लिए प्रकाशित प्रशिक्षण माड्यूल में सूखे चुंबन जैसे आकस्मिक संपर्क को एड्स के मामले में सुरक्षित बताया गया है। डॉ. भंडारी की मानें तो इस विषय पर किए गए कुछ अनुसंधान कहते हैं कि मसूड़े क्षतिग्रस्त हों अथवा मुँह में कोई घाव या छाला हो तो एड्स संक्रमित शख्स को लंबे समय तक चूमने से यह बीमारी साथी में भी घर कर सकती है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि एड्स से बचाव के लिए सरकार द्वारा केवल कंडोम का प्रचार आम जनता को गुमराह कर रहा है। डॉ. भंडारी के वकील सुरेश नारायण सक्सेना ने नोटिस में सरकार को चेतावनी भरे लफ्जों में कहा है कि वह एचआईवी संक्रमण की दूसरी वजहों पर भी आम जन के लिए जोरदार जागरुकता अभियान चलाए। इस बीच एड्स के साथ जी रहे लोगों के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन ने कहा कि यह दावा सरासर गलत है कि कंडोम को सरकार हौवा बनाकर पेश कर रही है।
मध्यप्रदेश नेटवर्क ऑफ पीपुल लिविंग विद एचआईवी पॉजीटिव के मनोज वर्मा ने कहा देश में एड्स संक्रमण के ज्यादातर मामले असुरक्षित यौन संबंधों के चलते सामने आते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कंडोम न केवल एड्स के खतरे से बचाता है, बल्कि कई गुप्त रोगों और अवांछित गर्भ से भी रक्षा करता है। लिहाजा कंडोम का जोरदार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है तो इसमें आखिर क्या बुराई है।
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