बुधवार रात को शुरू हुआ यह संकट गुरुवार को भी जारी रहा। दोपहर में ओबेराय होटल में तीन धमाके सुने गए। इसके अलावा चौथा विस्फोट ताज होटल में हुआ। इस बीच ताज होटल में फिर फायरिंग शुरू हो गई। सेना के कमांडो लगातार आतंकियों से मुठभेड़ कर रहे थे। ताज और ओबेराय दोनों में ही आतंकी छिपे थे। आतंकियों के पास भारी मात्रा में ग्रेनेड और अत्याधुनिक व शक्तिशाली हथियार भी थे। एक आतंकी के पास सेटेलाइट फोन था। शाम होते-होते होटल ओबेराय से कई घायलों को निकाला जा चुका था। बाद में आतंकियों के कब्जे से सैलानियों को छुड़ाने के लिए नरीमन हाउस को सेना ने घेर लिया। बिल्डिंग की 8वीं से 26वीं मंजिल को खाली करा लिया गया। भवन में भारी संख्या में जवान तैनात किए गए। आतंकी अंधेरे का फायदा न उठा सकें, इसलिए पूरी इमारत के लिए बाहर से हेलोजन का इंतजाम किया गया। बिल्डिंग के अंदर की लाइट काट दी गई। इस बीच भवन की आठवीं मंजिल पर फायरिंग भी हुई।
राजकीय सम्मान से हुई शहीदों की अंत्येष्टि : हमलों में शहीद राज्य के तीन आला पुलिस अधिकारियों का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। आतंकियों से लोहा लेते हुए कुल 14 पुलिसकर्मियों की जान चली गई।
वारदात में मरने वाले ।4 पुलिसर्मियों में आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) के प्रमुख हेमंत करकरे भी शामिल हैं। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी करकरे यहाँ कामा अस्पताल परिसर में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान मारे गए। शहीद हुए अन्य पुलिसकर्मियों में मुठभेड़ विशेषज्ञ वरिष्ठ निरीक्षक विजय सालस्कर तथा पुलिस उपायुक्त अशोक कामटे भी हैं।
मृतकों के परिजनों को 5 लाख : उपमुख्यमंत्री आरआर पाटिल ने बताया हमले में मृत लोगों के परिजनों को क्षतिपूर्ति के रूप में पाँच-पाँच लाख रुपए दिए जाएँगे। घायलों को 50 हजार की राशि दी जाएगी।
गृह मंत्रालय को थी खबर! : जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस बात की खबर थी कि कराची से किसी आतंकवादी हमले को अंजाम दिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक सेना और पुलिस ने बगैर किसी पुख्ता जाँच पड़ताल के सामान को भारतीय सीमा में प्रवेश की इजाजत दे दी। अधिकारियों ने रेडियो पर ही इस बात की तसल्ली कर ली कि आने वाले सामान में विस्फोटक है या कोई अन्य सामग्री।
सभी आतंकी सीमापार के : मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सभी पाकिस्तान सीमापार के बताए जाते हैं। पहले ये समुद्री रास्ते से गुजरात के पोरबंदर पहुँचे। यहाँ आतंकियों ने भारतीय नौका कुबेर पर जबरिया कब्जा कर लिया। बाद में इसी नाव से मुंबई पहुँचे। आतंकियों ने नाव के पायलेट को मार दिया। नौका के पाँच सदस्य अभी भी लापता हैं। बुधवार रात से अब तक नौ विदेशी सैलानी आतंकियों की गोली का शिकार हो चुके हैं।
गिरफ्तार आतंकी की पहचान ! : कमांडो ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार एक आतंकी की पहचान हो गई है। बताते हैं वह पाकिस्तान का रहने वाला है। अपुष्ट जानकारी के अनुसार इस्माईल नामक यह आतंकवादी पाकिस्तान के फरीदकोट का रहने वाला है। उसके लश्कर-ए-तोयबा से संबंध होने की आशंका है। उसे बुधवार रात तलाशी अभियान के दौरान हिरासत में लिया गया।
मनमोहन का कड़ा रुख : देश के नाम अपने संदेश में प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने आतंकियों से कड़ाई से निपटने की बात कही। उन्होंने कहा संदिग्धों को देश में घुसने नहीं दिया जाएगा। देश हमलों में शहीद हुए पुलिस और सेना के जाँबाज वीरों को सलाम करता है।
टाटा ने की हमलों की निंदा : जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा ने मुंबई में हुए आतंकी हमलों की निंदा की है। उन्होंने ताज और ओबेराय दोनों होटलों में ठहरे सैलानियों को रिहा करने के लिए सेना का धन्यवाद अदा किया। उल्लेखनीय है कि 'ताज' इंडिया होटल ग्रुप का हिस्सा है और रतन टाटा इस ग्रुप के अध्यक्ष हैं।
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