Friday, November 21, 2008

एसएसपी के आश्वासन के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं

कैब में सवारी बनकर बैठे आधा दर्जन बदमाशों ने एक आईटी कर्मी को बंधक बनाकर करीब 45 हजार रुपये का सामान लूट लिया। वारदात के बाद बदमाश उसे सुनसान जगह पर उतार कर भाग गए। वारदात 17 नवंबर की रात की है। एसएसपी से गुहार लगाने के बावजूद कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। हालांकि पुलिस जांच करने का दावा कर रही है।वारदात वाली रात साढ़े ग्यारह बजे सेक्टर-58 स्थित सीएससी आईटी कंपनी में काम करने वाला युवक दफ्तर से रजत विहार स्थित अपने घर के लिए निकला था। वह ऑफिस के बाहर ऑटो का इंतजार कर रहा था, तभी सफेद रंग की आठ सीटर मारुति ओमनी कैब उसके पास आकर रुकी, जिसमें पहले से ही छह लोग बैठे थे। वह भी रजत विहार जाने के लिए गाड़ी में बैठ गया। पिछली सीट पर बैठे दो लोगों ने किसी कंपनी का फर्जी पहचान पत्र लटका रखा था।रजत विहार पहुंचने पर उसने गाड़ी रोकने को कहा तो कार में बैठे बदमाशों ने उसे धमकी दी कि वह चुपचाप बैठा रहे, नहीं तो मार दिया जाएगा। उसने एक बार शोर मचाने का प्रयास किया, लेकिन शीशे बंद होने के कारण उसकी आवाज बाहर नहीं गई। इस पर बदमाशों ने उसकी पिटाई कर दी। बदमाश उसे गाड़ी में बंधक बनाकर पहले रजत विहार में घूमते रहे फिर ममूरा गए और वहां से सेक्टर-61 की तरफ चलने लगे। बदमाश तब तक उससे 35 हजार रुपये की दो अंगूठी, हजार रुपये की घड़ी और दस हजार रुपये के दो मोबाइल फोन लूट चुके थे। सेक्टर-61 के पास बदमाशों ने अपनी कार सुनसान व अंधेरे रास्ते पर मोड़ दी। करीब एक किलोमीटर जाकर उन्होंने उसे उतार दिया। भागते समय बदमाशों ने बैक लाइट बंद कर दी, जिससे वह कार का नंबर नोट नहीं कर सका।वारदात के बाद पीड़ित कोतवाली सेक्टर-58 में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पुलिस ने उससे केवल मोबाइल गुमशुदगी की तहरीर मांगी, लेकिन उसने तहरीर देने देने से इनकार कर दिया। रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए वह तीन दिन तक कोतवाली के चक्कर काटता रहा। कोई कार्रवाई होती न देख उसने 20 नवंबर को एसएसपी आरके चतुर्वेदी से मुलाकात की। उन्होंने उसे रिपोर्ट दर्ज करा जांच का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद चार दिन बाद भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।

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