Wednesday, November 5, 2008
स्टेम सेल के प्रत्यारोपण से होगा डायबिटीज का इलाज
डायबिटीज के मरीजों की तेजी से बढ़ती समस्या से जूझ रहे भारत के वैज्ञानिकों ने स्टेम सेल का प्रत्यारोपण करके पैंक्रियाज [अग्न्याशय] को सक्रिय करने का दावा किया है। पैंक्रियाज से इंसुलिन निकलता है। यदि प्रयोग का दूसरा चरण सफल रहा तो डायबिटीज के मरीजों को न सिर्फ इंसुलिन के इंजेक्शन से बल्कि दवाओं से भी मुक्ति मिल जाएगी।पीजीआई चंडीगढ़ के एंडोक्राइनोलाजी विभाग के अध्यक्ष डाक्टर अनिल भंसाली ने बताया कि कई चरण वाले इस प्रयोग के शुरुआती परीक्षण फिलहाल 11 मरीजों पर किए गए हैं। भंसाली इस प्रोजेक्ट के प्रमुख भी हैं। उन्होंने बताया कि पहला स्टेम सेल प्रत्यारोपण इस साल 11 मार्च को एक 51 वर्षीय टाइप टू डायबिटीज के मरीज पर किया। उसे पिछले 15 साल से डायबिटीज थी। डेढ़ साल से वह व्यक्ति प्रतिदिन 80 यूनिट इंसुलिन ले रहा था। अब उसे इंसुलिन के इंजेक्शन से पूरी तरह मुक्ति मिल चुकी है। वहीं एक अन्य मरीज जिसे प्रतिदिन 65 यूनिट इंसुलिन लेना पड़ता था, इंसुलिन के इंजेक्शन से मुक्ति पा चुका है। उन्होंने बताया कि स्टेम सेल के प्रत्यारोपण पर बीस हजार रुपये खर्च आता है। फरवरी में प्रोजेक्ट का मूल्यांकन किया जाएगा।
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1 comment:
tell me current status of this treatment
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