बैंकाक। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने सोमवार रात सरकार विरोधी और समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के बाद राजधानी बैंकाक में मंगलवार को आपातकाल घोषित कर दिया।सेना प्रमुख को कानून एवं व्यवस्था की कमान सौंप दी गई है। राजधानी में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली मीडिया रिपोर्टो पर भी पाबंदी लगाई गई है। थाईलैंड रेडियो पर प्रधानमंत्री शामक सुंदरावेज की तरफ से की गई घोषणा को पढ़कर सुनाया गया। इस घोषणा में कहा गया है कि इन सभी समस्याओं का जल्द समाधान करने की जरूरत है इसलिए प्रधानमंत्री ने राजधानी बैंकाक में आपातकाल लागू कर दिया है।इस बीच, सिंगापुर तथा दक्षिण कोरिया की सरकारों ने अपने यहां के नागरिकों से थाईलैंड की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने अपने देश के नागरिकों को जारी संदेश में कहा कि देश के नागरिकों के लिए अगर बहुत जरूरी नहीं हो तो वे थाईलैंड की यात्रा का कार्यक्रम आगे बढ़ा लें। दूसरी ओर दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने भी ऐसा ही संदेश जारी करके कहा है कि देश के जो लोग थाईलैंड की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं उनके लिए सलाह है कि वे वहां हालात ठीक होने तक इंतजार करें।गौरतलब है कि थाईलैंड में पिछले कई दिनों से सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे है। गवर्नमेंट हाउस के निकट सरकार विरोधी और समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा 34 अन्य घायल हुए है। इस दौरान दो लोग गोली लगने से जख्मी हुए। पुलिस और सैनिकों की मुस्तैदी की वजह से हालांकि यह संघर्ष ज्यादा देर तक नहीं चल सका मगर इसकी आंच से घबराई सरकार को आपातकाल लागू करने का सख्त कदम उठाना पड़ा। सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रही पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी का आरोप है कि सुंदरावेज अपनी पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा को भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त कराने की कोशिश कर रहे ह
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