कानपुर। सेंट्रल स्टेशन पर मंगलवार की सुबह तीन संदिग्ध अफगानिस्तानियों को सेना के जवानों ने दबोच लिया। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे स्टेशन पर सनसनी फैल गयी। सेना, एलआईयू व आईबी के अलावा एटीएस के अफसर संदिग्धों से पूछताछ कर रहे हैं। हिरासत में लिये जाते वक्त उनके पास पासपोर्ट भी नहीं मिले जिससे मामला और भी संगीन हो गया। बाद में पूछताछ के दौरान तीनों के पासपोर्ट तो बरामद कर लिये गये पर एक के वीजा की अवधि 25 अगस्त को खत्म हो चुकी है।काबुल निवासी मोहम्मद वली 14 वर्षीय बेटे मोहम्मद अजमल के साथ दिल्ली के चांदनी चौक स्थित हिसामुद्दीन बल्लीमारन में रहने वाले नजीर अहमद के यहां रहता था। तीन महीने पहले यह दोनों कानपुर आ गये। यहां दोनों ने नई सड़क स्थित होटल परवेज में कमरा नंबर तीन में डेरा डाला। जानकारी के अनुसार दो जुलाई को मोहम्मद वली का भतीजा जबीउल्ला भारत आया और दिल्ली में नजीर अहमद के यहां रहने लगा। जबीउल्ला के मुताबिक उसकी तबीयत कई महीनों से खराब है। उसका इलाज अपोलो अस्पताल में डॉ. मुकुल वर्मा कर रहे हैं। जबीउल्ला के वीजा की अवधि 25 अगस्त को खत्म हो गयी थी। डॉ. वर्मा ने अफगानिस्तानी दूतावास के नाम पत्र लिखकर पासपोर्ट की अवधि दो महीने बढ़ाने के लिए सिफारिश भी की, लेकिन जबीउल्ला यह पत्र लेकर दूतावास नहीं गया। बल्कि 26 अगस्त को चाचा के यहां कानपुर आ गया। सोमवार को चाचा, उनके बेटे व जबीउल्ला को मुंबई जाना था लेकिन पता नहीं क्यों इन लोगों ने वहां जाने का इरादा छोड़ दिया। इन लोगों ने टिकट निरस्त कराने के लिए सोमवार को एक दलाल से संपर्क किया। साथ ही उसे दिल्ली के लिए आरक्षण कराने के लिए आठ सौ रुपये भी दिये। दलाल ने मंगलवार को टिकट देने का वादा किया। जब वे तीनों सुबह 11 बजे सेंट्रल स्टेशन पहुंचे तो सैन्य चौकी के कुछ जवानों की नजर उन पर पड़ी। गतिविधियां संदिग्ध देखकर सैनिकों ने तीनों को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद जवानों ने उन्हें जीआरपी के हवाले कर दिया। सेना की खुफिया टीम, एलआईयू, आईबी व एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) के अफसरों ने पूरे दिन उनसे गहन पूछताछ की। जबीउल्ला के मुताबिक उसके चाचा यहां च्यवनप्राश का व्यवसाय करते हैं। इस कार्य में नगर का ही संजय और दिल्ली का मोहन उनकी मदद करते हैं। इन दोनों को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया, बाद में छोड़ दिया गया। एसआई मोहर सिंह ने कहा कि अफगानी नागरिकों से पूछताछ जारी है। इस पर कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
Tuesday, September 2, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment