इस्लामाबाद। सत्तारूढ़ गठबंधन से अलग हुए पीएमएल-एन पर दबाव बढ़ाते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] ने मंगलवार को पीएमएल-एन अध्यक्ष नवाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े मामले फिर से खोलने के आदेश दिए। उधर, शरीफ ने सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए एक बार फिर पीपीपी पर वादा तोड़ने और जनता के मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो [एनएबी] ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके भाई शहबाज शरीफ के खिलाफ फिर से ट्रायल किए जाने से संबंधित पत्र कोर्ट में दाखिल किया है। कानून मंत्रालय के तहत आने वाले ब्यूरो ने यह कार्रवाई शरीफ द्वारा पीपीपी नीत गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लिए जाने के नौ दिन बाद की है। हालांकि रावलपिंडी की भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने पिछले महीने शरीफ के खिलाफ चल रहे सारे मामलों की सुनवाई तकनीकी आधार पर अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी थी। नवाज और उनके भाई के खिलाफ गलत ढंग से पैसा बनाने का आरोप है।शरीफ के वकील ख्वाजा हैरिस ने सरकार के इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि एकाउंटेबिलिटीकोर्ट का शरीफ के खिलाफ बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है। शरीफ को राजनीतिक तौर पर खत्म करने की साजिश की जा रही है।गौरतलब है कि पीपीपी से कुछ मसलों पर मतभेद के कारण पिछले हफ्ते नवाज शरीफ ने गठबंधन सरकार से हाथ खींच लिया था। उधर, गल्फ न्यूज अखबार से बातचीत में शरीफ ने सरकार में दोबारा शामिल होने की पीपीपी अध्यक्ष जरदारी की अपील को खारिज करते हुए कहा कि अब मैं बहुत आगे निकल चुका हूं और वापस गठबंधन में शामिल होने की कोई इच्छा नहीं है। शरीफ का यह इंटरव्यू गल्फ न्यूज में मंगलवार को ही प्रकाशित हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी हालत में जरदारी के खिलाफ लड़ रहे पीएमएल- एन के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को चुनाव से नहीं हटाऊंगा।नवाज शरीफ ने मंगलवार को चेतावनी के लहजे में कहा कि पीपीपी नीत सरकार के नेताओं ने वादा तोड़ने और जनता के मुद्दों की अनदेखी करने की नीति जारी रखी तो सरकार अपने कार्यकाल से काफी पहले गिर जाएगी। शरीफ ने कहा कि मैं सरकार को अस्थिर करने का कोई प्रयास नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे भय है कि वह अपने मौजूदा कामकाज के तरीके तथा उसके नेतृत्व की नीतियों के कारण अधिक दिन नहीं चलेगी।
Tuesday, September 2, 2008
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